परिचय
वन्यजीव और संरक्षित क्षेत्रों पर डब्ल्यूआईआई-एनविस केंद्र
वन्यजीव और संरक्षित क्षेत्रों बारे में जानकारी का प्रसार करने के लिए, भारतीय वन्यजीव संस्थान को एमओईएफ, भारत द्वारा सितंबर 1997 में "वन्यजीव और संरक्षित क्षेत्र" प्रमुख थीम के साथ भारत के 23वें पर्यावरण सूचना प्रणाली केंद्र के रूप में शामिल किया गया। यह केंद्र "वन्यजीव" और विशेष रूप से "संरक्षित क्षेत्रों" से संबंधित सामान्य मामलों पर कार्य करती है।
एमओईएफ स्थित एनविस सचिवालय जनवरी 2002 से विश्व बैंक सहायता प्राप्त पर्यावरण प्रबंधन क्षमता निर्माण तकनीकी सहायता परियोजना (ईएमसीबीएपी) का कार्यान्वयन कर रहा है। परियोजना को स्थानीय, राष्ट्रीय, और विश्व पर्यावरणीय सूचनाओं को निम्न उद्देश्य के साथ गति देने के लिए डिज़ाइन किया गया है:
नेटवर्क ने शैक्षिक संगठनों/संस्थानों, निजी और गैर-सरकारी संगठनों और राज्य सरकार के विभाग की पहचान की, जिनके पास पर्यावरणीय आंकड़ों और सूचनाओं पर पकड़ है । पर्यावरण संबंधी विभिन्न विषय क्षेत्रों पर सूचना और डेटाबेस का प्रसार और ऑन लाइन प्रश्नों पर प्रतिक्रिया प्रदान करना इसका कार्य है |
एनविज का लक्ष्य है राष्ट्रव्यापी वेब समर्थित नेटवर्क के माध्यम से राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर नीतिनिर्माताओं के विविध समूहों से लेकर अनुसंकर्ताओं एवं उद्योगों तथा आम आदमी को संभावित पर्यावरणीय डाटा एवं सूचनाएं उपलब्ध कर उन्हें सहायता एवं सुविधा प्रदान करना है | ज्ञात विषय क्षेत्रों के अंतर्गत, स्थानीय दशाओं एवं देश के पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर सुगम पर्यावरणीय डाटाबेस प्रदान करना विश्व बैंक से सहायता प्राप्त एनविस के ऑनगोइंग कार्यक्रम का लक्ष्य है |